
हितेश साहू रायपुर।कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय (केटीयू) और प्रेस क्लब रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को प्रेस क्लब परिसर में एक दिवसीय मीडिया एवं जनसंचार मार्गदर्शन शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्देश्य युवाओं और उनके अभिभावकों को मीडिया शिक्षा और जनसंचार में उपलब्ध करियर विकल्पों के प्रति जागरूक करना था।
शिक्षा, दृष्टिकोण और अवसरों पर हुआ मंथन
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति श्री महादेव कावरे ने कहा कि “आज का दिन संचार इतिहास के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि 8 जून 1936 को आकाशवाणी की स्थापना हुई थी। उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए यह शिविर मीडिया शिक्षा को जन-सुलभ बनाने की दिशा में एक अहम प्रयास है।”
प्रेस क्लब रायपुर के अध्यक्ष श्री प्रफुल्ल ठाकुर ने अपने संबोधन में पत्रकारिता के अनुभव साझा करते हुए कहा कि “मीडिया आज न केवल करियर का माध्यम है, बल्कि सामाजिक परिवर्तन का भी सशक्त औजार है। युवाओं को इस क्षेत्र की जिम्मेदारियों को निभाने के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ग्रहण करनी चाहिए।”
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभागाध्यक्ष श्री पंकज नयन पांडेय ने शिविर के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला, वहीं डॉ. नृपेंद्र शर्मा (विभागाध्यक्ष, समाज कार्य एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया) ने स्वागत भाषण में कार्यक्रम की उपयोगिता रेखांकित की।
सम्मान और सहभागिता
शिविर के दौरान कुलपति श्री कावरे द्वारा प्रेस क्लब रायपुर के पदाधिकारियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। कुलसचिव श्री सुनील शर्मा ने समापन भाषण में सभी प्रतिभागियों और आयोजकों के प्रति आभार प्रकट करते हुए भविष्य में भी ऐसे आयोजनों के आयोजन की बात कही।
कार्यक्रम के संयोजक एवं जनसंचार विभागाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र मोहंती ने बताया कि इस शिविर का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को मीडिया शिक्षा के प्रति जागरूक बनाना है। उन्होंने यह भी कहा कि इस दिशा में विश्वविद्यालय भविष्य में और भी सार्थक पहल करेगा।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के प्रमुख, अतिथि व्याख्याता, शोधार्थी एवं प्रेस क्लब के पदाधिकारी – श्री संदीप शुक्ला (उपाध्यक्ष), डॉ. वैभव शिव पांडेय (महासचिव), श्री रमन हलवाई (कोषाध्यक्ष) और श्री बम्लेश्वर सोनवानी (संयुक्त सचिव) विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. नीलेश साहू ने किया।
शिविर में बड़ी संख्या में छात्रों, अभिभावकों और जनसंचार क्षेत्र से जुड़े पेशेवरों की भागीदारी देखने को मिली, जिससे यह कार्यक्रम पूर्णतः सफल रहा