
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में लगातार बढ़ रहे अपराध, यातायात की गंभीर समस्याओं और पुलिस बल की भारी कमी को लेकर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने चिंता जताई है। बृजमोहन ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को पत्र लिखा है। उन्होंने राजधानी और जिले की कानून व्यवस्था चिंता जताते हुए लॉ एंड ऑर्डर को मजबूत करने के लिए रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती और अतिरिक्त पुलिस बल स्वीकृत करने की मांग की है।
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने पत्र में उल्लेख किया है कि रायपुर की जनसंख्या आज 16 लाख से अधिक हो चुकी है, वहीं रायपुर, बिरगांव, माना, मंदिरहसौद जैसे नगरीय क्षेत्रों को जोड़ दें तो यह आंकड़ा 30 लाख से ऊपर पहुंचता है। साथ ही लगातार हो रहे वीवीआईपी मूवमेंट, साइबर अपराधों में वृद्धि और बढ़ते ट्रैफिक दबाव के कारण पुलिस बल पर अत्यधिक भार पड़ा है।
वर्तमान में रायपुर जिले में 3805 पुलिस पद स्वीकृत हैं, जिनमें से 796 पद रिक्त हैं। आरक्षकों के 2738 स्वीकृत पदों के विरुद्ध केवल 2007 पद ही भरे हुए हैं, जिससे आमजन को असुविधा और पुलिस बल को कार्य संचालन में कठिनाई हो रही है। इसके अलावा यातायात व्यवस्था को लेकर भी बृजमोहन अग्रवाल ने पत्र में कहा है कि कि रायपुर में पंजीकृत वाहनों की संख्या 17 लाख से अधिक हो चुकी है, जबकि बीपीआर एंड डी के मानकों के अनुसार 2388 बल की आवश्यकता है, लेकिन वर्तमान में मात्र 416 यातायात कर्मी उपलब्ध हैं।
रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से पत्र के माध्यम से आग्रह किया है कि रायपुर जिले में रिक्त पुलिस पदों की शीघ्र भर्ती कराई जाए तथा राजधानी के बढ़ते स्वरूप के अनुसार अतिरिक्त पुलिस बल की स्वीकृति दी जाए, ताकि अपराध नियंत्रण, ट्रैफिक प्रबंधन और आम नागरिकों की सुरक्षा को और प्रभावी बनाया जा सके।